Make your weakness, your strength
Make your weakness, your strength
अपनी कमज़ोरी को अपनी ताकत बनायें
रिची के अस्पताल से निकलने के बाद से ही रोज़ जुडो टीचर रिची के घर आने जाने लगे | शुरू में रिची इसके लिए तैयार नहीं हुआ | लेकिन उसके परिवार वालों ने उसे मना लिया | जुडो टीचर ने रिची को अगले दिन से ही सीखाना प्रारम्भ कर दिया | लेकिन वह रोज़ रिची को सिर्फ एक ही दाव सीखाते थे | कभी कभी रिची आक्रोश में भी आ जाता था कि टीचर उसे कोई और दाव क्यों नहीं सीखाते | यह सिलसिला दो साल तक चलता रहा | फिर एक दिन जुडो मुकाबले की घोषणा हुयी | रिची को उम्मीद नहीं थी उसे मुकाबले में जगह मिलेगी | पर उसे पता चला कि जुडो टीचर ने उसे मुकाबले में जगह दिला दी है |
पहले मैच में रिची की काफी धुलाई हुई लेकिन अंत में उसने वही दांव चला जो टीचर ने उसे सिखाया था | उसने अपने प्रतिद्वंदी को चित कर दिया | इसी एक दांव से एक के बाद एक मैच जीतकर वह फाइनल में पहुँच गया | फाइनल में फिर रिची की बहुत धुनाई हुई | उसके प्रतिद्वंदी ने लगभग उसे धराशायी ही कर दिया था | एक समय ऐसा आया जब लगा की प्रतिद्वंदी उसे बेदम कर देगा | रेफरी सीटी बजाने जा ही रहा था कि जुडो टीचर ने उसे रोक लिया, क्योंकि अभी थोड़ा समय बचा था | टीचर ने कहा कि मुझे अब भी विश्वास है की रिची यह मैच जीत जायेगा | रिची के प्रतिद्वंदी ने क्षण भर के लिए अपना गार्ड नीचे क्या किया कि रिची ने मौके का फायदा उठा कर वही पुराना दांव चला | प्रतिद्वंदी वही ढेर हो गया | इसी तरह रिची ने जुडो मुकाबला जीत लिया |
बाद में टीचर से रिची ने पूछा ,'' आपने मुझे सिर्फ एक ही दांव सिखाया | फिर भी मैं जीत गया | यह कैसे हुआ ?'' टीचर ने कहा ,'' इसका कारण यह है कि तुमने केवल एक दांव पर अपना ध्यान केंद्रित किया और उसके उस्ताद बन गये | वह कोई आसान दांव नहीं था, पर अपनी मेहनत से तुमने उस पर महारत हासिल कर ली | इस दांव का एक ही तोड़ है कि कोई तुम्हारा बायां हाथ पकड़ कर घुमा दे |पर तुम्हारा बायां हाथ है ही नहीं |
सीख
कभी कभी अपने दृढ़ विश्वास और मेहनत से हम अपनी कमज़ोरी को भी अपनी ताकत बना सकते हैं |
Make your weakness, your strength
Reviewed by Princy singh
on
December 02, 2018
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