Make your weakness, your strength


Make your weakness, your strength 
अपनी कमज़ोरी को अपनी ताकत बनायें 


रिची नामक एक लड़का था |  एक दिन वह स्कूल से घर लौट रहा था | तभी उसने देखा कि  एक बुज़ुर्ग महिला सड़क पार कर रही थी और पीछे से एक बस आ रही थी | रिची ने कई बार आवाज़ लगायी पर उस महिला को सुनाई नहीं पड़ा | अंततः रिची ने बस के सामने कूद कर उस बुज़ुर्ग महिला की जान बचा ली | वह महिला तो बच गयी पर इस प्रक्रिया में रिची गंभीर रूप से घायल हो गया| अस्पताल में रिची का बायां हाथ काटना पड़ा | एक जुडो टीचर ने यह सब अपनी आँखों के सामने होते देखा | तो उन्होंने तय किया की वह रिची को जुडो  सीखाएंगे | 

रिची के अस्पताल से  निकलने के बाद से ही रोज़ जुडो टीचर रिची के घर आने जाने लगे | शुरू में रिची इसके लिए तैयार नहीं हुआ | लेकिन उसके परिवार वालों ने उसे मना लिया | जुडो टीचर ने रिची को अगले दिन से ही सीखाना प्रारम्भ कर दिया | लेकिन वह रोज़ रिची को सिर्फ एक ही दाव सीखाते थे | कभी कभी रिची आक्रोश में भी आ जाता था कि टीचर उसे कोई और दाव क्यों नहीं सीखाते | यह सिलसिला दो साल तक चलता रहा | फिर एक दिन जुडो  मुकाबले की घोषणा हुयी | रिची को उम्मीद नहीं थी उसे मुकाबले में जगह मिलेगी | पर उसे पता चला कि  जुडो टीचर ने उसे मुकाबले में जगह दिला दी है  | 

पहले मैच में रिची की काफी धुलाई हुई लेकिन अंत में उसने वही दांव चला जो टीचर ने उसे सिखाया था | उसने अपने प्रतिद्वंदी को चित कर दिया | इसी एक दांव से एक के बाद एक मैच जीतकर वह फाइनल में पहुँच गया | फाइनल में फिर रिची की बहुत धुनाई हुई | उसके प्रतिद्वंदी ने लगभग उसे धराशायी ही कर दिया था | एक समय ऐसा आया जब लगा की प्रतिद्वंदी उसे बेदम कर देगा | रेफरी सीटी बजाने जा ही रहा था कि  जुडो टीचर ने उसे रोक लिया, क्योंकि अभी थोड़ा समय बचा था | टीचर ने कहा कि मुझे अब भी विश्वास है की रिची यह मैच जीत जायेगा | रिची के प्रतिद्वंदी ने क्षण भर के लिए अपना गार्ड नीचे क्या किया कि  रिची ने मौके का फायदा उठा कर वही पुराना दांव  चला | प्रतिद्वंदी वही ढेर हो गया | इसी तरह रिची ने जुडो मुकाबला जीत लिया | 

बाद में टीचर से रिची ने पूछा ,'' आपने मुझे सिर्फ एक ही दांव  सिखाया | फिर भी मैं जीत गया | यह कैसे हुआ ?'' टीचर ने कहा ,'' इसका  कारण  यह है कि तुमने केवल  एक दांव पर अपना ध्यान केंद्रित किया और उसके उस्ताद बन गये |  वह कोई आसान दांव  नहीं था, पर अपनी मेहनत से तुमने उस पर महारत हासिल कर ली | इस दांव का एक ही तोड़ है कि  कोई तुम्हारा  बायां हाथ पकड़ कर घुमा दे |पर  तुम्हारा बायां हाथ है ही  नहीं | 



सीख 
कभी कभी अपने दृढ़ विश्वास और मेहनत से हम अपनी कमज़ोरी को भी अपनी ताकत बना सकते हैं | 
Make your weakness, your strength Make your weakness, your strength Reviewed by Princy singh on December 02, 2018 Rating: 5

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