Indira gandhi - first female prime minister of india
Indira gandhi- first female prime minister of india
Date of bieth : 19 November 1917
Place of birth : Allahabad ,Uttar pradesh
Patents : jawaharlal nehru (fathet) and kamla nehru(mother)
Spouse : Feroz Gandhi
Children : Rajiv Gandhi and Sanjay Gandhi
Education : International School Of Geneva,Vishwabharati university , Shantiniketan, Somerville college,Oxford
Association : India National Congress
Movement : India IndenpenInde movement
Political Ideology : Right winged,Liberal
Religious View : Hinduism
Publication : My Truth (1980), Eternal India(1981)
Passed away : 31 October 1984
Memorial : Shakti Sthal, New Delhi
Date of bieth : 19 November 1917
Place of birth : Allahabad ,Uttar pradesh
Patents : jawaharlal nehru (fathet) and kamla nehru(mother)
Spouse : Feroz Gandhi
Children : Rajiv Gandhi and Sanjay Gandhi
Education : International School Of Geneva,Vishwabharati university , Shantiniketan, Somerville college,Oxford
Association : India National Congress
Movement : India IndenpenInde movement
Political Ideology : Right winged,Liberal
Religious View : Hinduism
Publication : My Truth (1980), Eternal India(1981)
Passed away : 31 October 1984
Memorial : Shakti Sthal, New Delhi
इंदिरा प्रियदर्शिनी गाँधी वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 बार के लिए भारत की प्रधानमंत्री रही। वे भारत की प्रथम तथा अबतक की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनी। इंदिरा जी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद ,उत्तर प्रदेश में हुआ था । उनका जन्म राजनीतिक रूप से प्रभावशाली नेहरु परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम जवाहरलाल नेहरु तथा माता का नाम कमला नेहरु था। इंदिरा गाँधी को उपनाम(गाँधी) उनको फिरोज़ गाँधी के संग विवाह के उपरांत मिला। उन्होंने इकोले नॉवेल,बेक्स(स्वीटजरलैंड),इकोले(इनटेरनाशनल,जिनेवा, पूना और बुम्बई में पुपिल्स ऑन स्कूल,बैडमिंटन स्कूल,ब्रिस्टल ,विश्व भारती, शांति निकेतन और समर विले कॉलेज, ऑक्सफोर्ड जैसे प्रमुख संस्थानो में शिक्षा प्राप्त की। उन्हें विश्व के कई विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की उपाधियां प्राप्त हुई। 1935-35 में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के पश्चात, इंदिरा ने शान्तिंनिकेतन में रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा निर्मित भारती विश्व विद्यालय में प्रवेश लिया।रवीन्द्रनाथ टैगोर ने इन्हें'प्रियदर्शिनी' नाम दिया।
जब इंदिरा गाँधी समरविल्ले कॉलेज ,ऑक्सफ़ोर्ड में दाखिल हुई,इसी समय फ़िरोज़ गाँधी से अक्सर मुलाकात होती रहती थी,जिन्हें वे इलाहाबाद से जानती थी और जो लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक में अध्ययन कर रे थे।अंततः 16 मार्च 1942 को आनंद भवन इलाहाबाद में एक निजी आदि धर्म ब्रह्म वैदिक समारोह में इनका विवाह फ़िरोज़ गाँधी से हुआ।
श्रीमती इंदिरा गाँधी का शुरुआत से ही झुकाव स्वतंत्रता संग्राम की ओर था।बचपन में उन्होंने' बल चरखा संघ 'की स्थापना की और असहयोग आंदोलन के दौरान कांग्रेस पार्टी की सहायता के लिये 1930 में बच्चों की मदद से'वानर सेना' का निर्माण किया।ऑक्सफ़ोर्ड से वर्ष 1941 में भारत वापिस लौटने के बाद स्वतंत्रता आन्दोलन में शामिल हो गई। सितम्बर 1942 में उन्हें जेल में डाल दिया गया।1947 में गाँधी जी के मार्गदर्शन में दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्रों में कार्य किया।
1950 के दशक में वे अपने पिता के भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल के दौरान गैरसरकारी तौर पर एक निजी सहायक के रूप में उनकी सेवा में रही।अपने पिता की मृत्यु के बाद सन 1964 में उनकी नियुक्ति राज्यसभा के एक सदस्य के रूप में हुई।इसके बाद वे लाल बहादुर शास्त्री जी के मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री (1964-1966)रहीं।इसके बाद जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक वह भारत की प्रधानमंत्री रहीं।साथ ही साथ उन्हें सितम्बर 1967 से मार्च 1977 तक के लिए परमाणु ऊर्जा मंत्री बनाया गया। उन्होंने 5 सितम्बर 1967 से 14 फरवरी1969 तक के लिए विदेश मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाला।श्रीमती गांधी ने जून 1970से नवंबर 1973 तक गृह मंत्रालय और जून 1972 से मार्च 1977 तक अंतरिक्ष मामले मंत्रालय का प्रभार संभाला।जानवरी 1980 से श्रीमती गांधी जी योजना आयोग की अध्यक्ष रहीं। 14 जनवरी से 1980 से फिर वह प्रधानमंत्री बनी। 1971 में भारत -पाक युद्ध में जीत के बर्फ की अवधि में अस्थिरता की स्थिति के में उन्होंने 1975 में आपातकाल घोषित किया जो उनके तथा उनकी सरकार के लिए आलोचनात्मक सिद्ध हुआ।उन्होंने एवं काँग्रेस पार्टी ने 1977 के चुनाब में पहली बार हार का मुख देखना पड़ा।वर्ष 1980 में सत्ता में वापिसी के उपरांत वह अधिकतर पंजाब के अलगाववादियों के साथ बढ़ते हुए द्वंद्व में उलझीं रहीं।जिसकी वजह से आगे चलजर 1984 में अपने ही अंगरक्षको द्वारा उनकी राजनीतिक हत्या कर दी गयी।
उन्होने अपने जीवन मे कई उपलब्धियां प्राप्त की।उन्हें 1972 में भारत रत्न पुरस्कार,1972 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए मेक्सिकन अकादमी पुरस्कार ,1953 में अमेरिका ने मदर पुरस्कार, कूट नीति में उत्कृष्ट कार्य के लिए इटली ने इसाबेला डी एस्टे पुरस्कार और येल विश्विद्यालय ने हॉलेंड मेमोरियल पुरस्कार से समानित किया। पशुओं के संरक्षण के लिए 1971 में अर्जेंटीना सोसायटी द्वारा समानित किया गया। उनके मुख्य प्रकाशनों में थे इयर्स ऑफ चैलेंज ,थे ईयर ऑफ एंडेवर, इंडिया,इंडे एवं लेखों कएवं भाषण के अनेकों संग्रह मिले।
https://m.aajtak.in/job-alerts-education-news-general-news-current-affairs/gallery/education-know-about-love-story-of-indira-gandhi-and-feroze-gandhi-jawaharlal-nehru-against-marriage-tedu-28679-2018-11-19-1
https://m.aajtak.in/job-alerts-education-news-general-news-current-affairs/gallery/education-know-about-love-story-of-indira-gandhi-and-feroze-gandhi-jawaharlal-nehru-against-marriage-tedu-28679-2018-11-19-1
Indira gandhi - first female prime minister of india
Reviewed by Annu
on
November 19, 2018
Rating:
No comments: