Govardhan pooja:-8 November2018  गोवर्धन पूजा

Source Shweta Singh

 

जानिए गोवर्धनपूजा का महत्व एवं पूजाविधि

यह हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है।जिसे विशेषकर उत्तरी भारत (मथुरा मे) बहुत धूम धाम से मनाया जाता है।हिन्दू धर्म मे गाय को बहुत पवित्र माना गया है।और इसदिन गाय की पूजा होती है।

इस पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है।अलग अलग अन्न और कई तरह के पकवान,मिठाई भगवान् गोवर्धन (गाय के गोबर का पर्वत)को भोग लगाया जाता है।

गोवर्धन पूजा दिवाली से एक दिन बाद कार्तिक के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा को मनाई जाती है।इस साल यह 8नवम्बर को पड़ रहा है।गोवर्धन पूजा का सुबह मुहूर्त इस प्रकार है:-

  • गोवर्धन पूजा का पहला शुभ मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 42 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट तक
  • गोवर्धन पूजा का दूसरा शुभ मुहूर्त- दोपहर 3 बजकर 18 मिनट से शाम 5 बजकर 27 मिनट तक|


पौराणिक गाथा:-

जब श्री कृष्ण ने ब्रज वासियों को भयवश भगवान् इंद्र की पूजा करते हुए देखा और उन्हें  खुश करने के लिए पकवान और उत्सव मनाते देखा तो कृष्ण जी ने ब्रजवासियों से कहा कि इससे तो अच्छा हमे गोवर्धन पर्वत की पूजा करनी चाहिए क्योंकि हमारी गायें पर्वत पर चरने जाती हैं। सभी बृजवासियों ने उनकी बात मानकर गोवर्धन  पर्वत की पूजा शुरू कर दी । तभी इस बात से क्रोधित होकर इंद्र ने भारी बारिस की और लोगो को डराने का प्रयास करने लगे। इंद्र ने भारी बारिस करके पूरे गोवर्धन पर्वत को जलमग्न कर दिया और लोग प्राण बचाने के लिए भगवान से प्रार्थना करने भगवन कृष्णा जी ने ब्रजवासियों को बचाने के लिए पूरा गोवर्धन पर्वत अपनी एक उंगली पर उठा लिया। भारी बारिस का प्रकोप लगातार 7 दिन तक चलता रहा और भगवान कृष्ण ब्रजवासियों को उसी गोवर्धन पर्वत के नीचे छाता बनाकर बचाते रहे। सुदर्शन चक्र के प्रभाव से ब्रजवासियों पर एक जल की बूँद भी नही पड़ी। ब्रह्या जी ने इन्द्र को बताया कि पृथ्वी पर भगवना विष्णु ने कृष्ण के रूप में जन्म लिया है तुम उनसे लड़ रहे हो। इस बात को जानकर इंद्र बहुत पछताए और भगवान से क्षमा मांगी।

भगवान कृष्ण ने सभी ब्रजवासियों को सातवें दिन गोवर्धन पर्वत को नीचे रखकर ब्रजवासियो से आज्ञा दी कि अब से प्रतिवर्ष गोवर्धन पूजा कर अन्नकूट का पर्व उल्लास के साथ मनाओ। तब से लेकर आज तक गोवर्धन पूजा और अन्नकूट हर घर में मनाया जाता है।
Source Shweta Singh

Reviewed by Janhitmejankari Team on November 06, 2018 Rating: 5

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